चोले रेसिपी
भारतीय उपमहाद्वीप के किसी भी हिस्से को दौराने पर आपको विभाजन और भोजन की मिठास से मिलने का अनूठा अनुभव मिलेगा। जिसमें अपनी विशिष्टता को खोते हुए भी पंजाबी खाने की “चने की भाजी” (यानी चोले) अपनी खुद की दुनिया बनाती है।
चोले बनाने के लिए सामग्री
- काबुली छोले – 1 कप (रात भर भिगोकर रखें)
- प्याज़ – 2 मध्यम (कद्दुकस किया हुआ)
- टमाटर – 2 मध्यम (कद्दुकस किया हुआ)
- अदरक-लहसुन का पेस्ट – 1 बड़ा चम्मच
- हरी मिर्च – 1 (कटी हुई)
- धनिया पाउडर – 1.5 छोटी चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – 1 छोटी चम्मच
- गरम मसाला – 1 छोटी चम्मच
- अमचूर पाउडर – 1/2 छोटी चम्मच
- नमक – स्वाद के अनुसार
- तेल – 2 बड़े चम्मच
- हरा धनिया – सजाने के लिए
प्रक्रिया:
- भिगोकर रखे छोले:
- रात भर के लिए काबुली छोले को पानी में भिगोकर रखें।
- छोले उबालें:
- भिगे हुए छोले को अब प्रेशर कुकर में उबालें, ताकि वे अच्छे से पक जाएं।
- तड़का तैयार करें:
- एक कढ़ाई में तेल गरम करें, फिर प्याज़ को अच्छे से सुनहरा होने तक तलें।
- अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें:
- तड़के में अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें और उसे भूनें, ताकि यह खुशबूदार हो जाए।
- टमाटर डालें:
- अब कद्दूकस किए हुए टमाटर डालें और उन्हें मिलाएं।
- मसाले डालें:
- टमाटर में धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, अमचूर पाउडर, और नमक डालें।
- छोले डालें:
- तैयार किए हुए छोले भी डालें और अच्छे से मिलाएं।
- पकाएं:
- अब छोलों को मिले हुए मसाले के साथ धीरे-धीरे पकाएं और उन्हें आधे से एक पर्त में बनाएं।
- हरा धनिया से सजाएं:
- छोलों को हरा धनिया से सजाएं और तैयार हुई छोले को गरमा गरम सर्व करें!
चोले रेसिपी के विभिन्न वेरिएंट
चोले विश्वभर में अपनी विविधता के लिए मशहूर हैं। आपके “अमृतसरी चोले” की छठपटी चटनी से लेकर “दिल्ली स्टाइल चोले भटूरे” तक कई वेरिएंट मिलेंगे। इसके अलावा, आप बाजार जैसे चने के लिए “रेस्टोरेंट स्टाइल चोले” का भी विचार कर सकते हैं। यह सब चोले रेसिपी वेरिएंट बनाने में मजेदार होते हैं और हर एक का अपना अनोखा स्वाद होता है।
चोले बनाने के टिप्स और ट्रिक्स
चोले बनाने में आपकी सहायता के लिए कुछ महत्वपूर्ण चोले बनाने के टिप्स हैं:
- सबसे पहले, चनों को अच्छी तरह धोएं और एक रात भिगो दें।
- जब चने पकाने के लिए दालें, तो उच्च आंच पर 10 मिनट तक उबालें।
- मसालों को भूनने से उनका स्वाद बढ़ता है, इसलिए मसालों को भूनें और उन्हें चोले में मिलाएं।
- चोले का असली स्वाद तब ही आता है जब उन्हें धीमी आंच पर पकाया जाता है।
चोले रेसिपी के लाभ
चोले खाने के फायदे
- चोले में ऊर्जा, प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा होती है जो संतुलित आहार के लिए महत्वपूर्ण है।
- इसकी नियमित सेवन से हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कई अन्य बीमारियों से बचने में सहायता मिलती है।
- धने, लौंग, दालचीनी और अन्य मसालों के साथ पका चोला आपको रोग प्रतिरोधक शक्ति दे सकता है।
चोले बनाने में हुई गलतियां और उनके निवारण
चोले बनाते समय हम से कुछ गलतियां हो जाती हैं, जिनके चलते हमारे चोले उत्कृष्ट नहीं बन पाते। ऐसी चोले बनाने में हुई गलतियां कुछ इस प्रकार हो सकती हैं:
- चनों का पर्याप्त समय तक ना भिगोना।
- चनों को उच्च आंच पर अधिक समय तक पकाना।
- मसालों का अत्यधिक इस्तेमाल.
FAQs
चने को अच्छे से बनाने के लिए कितनी देर तक भिगोना चाहिए?
बड़े और हरे चने को अच्छी तरह पकाने के लिए इसे कम से कम 8 से 10 घंटे के लिए, और अगर संभव हो, तो रात भर भिगोना चाहिए। पानी में भिगने से चने का आकार दोगुना हो जाता है और यह उबलने पर नरम हो जाता है।
चोले की सबसे महत्वपूर्ण सामग्री कौन सी है?
चोले की रेसिपी की मुख्य सामग्री चने हैं। इसके अलावा, मसालों में धनिया, जीरा, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, और अमचूर शामिल होते हैं। इसके अलावा अदरक, लहसुन, प्याज और टमाटर भी सामग्रियों में शामिल होते हैं।
चने की सब्जी को खाने से क्या फायदे होते हैं?
चने में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल्स, एंटिऑक्सिडेंट्स और पोलीफेनोल वसा होता है जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, जो हमारे दैनिक कार्यों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण होती है।
निगमन:
चोले बनाने की यह रेसिपी आपके लिए खास तौर पर तब उपयोगी साबित होती है, जब आपको कुछ स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाना हो। यह अपने आप में एक उत्तम आहार है, जो आपके शरीर के विकास और रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। अपने खाने में चोले जोड़कर आप स्वास्थ्य के कई लाभ उठा सकते हैं। चाहे आप इसे भटूरे, रोटी, नान या चावल के साथ परोसें, चोले हमेशा ही अपना खास मन्द बनाते हैं। इसलिए, अगर आपने अभी तक चोले नहीं खाये हैं, तो एक चांस दें और इस अद्भुत व्यंजन का आनंद लें।