नमस्कार दोस्तो! आज हम सब मन पसंद बेसन की सेव बनाने की रेसिपी के बारे में बात करेंगे। बेसन की सेव एक पारंपरिक भारतीय स्नैक है जो त्योहारों, विशेष अवसरों पर है, या फिर बिना किसी भी मौके के भी बनाई और खाई जाती है।
सामग्री
- बेसन (चने का आटा)
- तेल
- अजवाइन
- हींग
- हल्दी पाउडर
- नमक
- पानी
उपकरण
- सेव मेकर
- पैन
- मिश्रण कटोरी
- चमच
कदम-से-कदम निर्देश
1. बेसन आटा तैयार करना
- चने का आटा मापें और मिश्रण कटोरी में डालें।
- अजवाइन, हींग, हल्दी पाउडर और नमक को आटे में डालें।
- सूखे सामग्री को अच्छे से मिलाएं।
- धीरे-धीरे पानी डालकर एक नरम आटा बनाएं।
2. सेव मेकर की तैयारी
- सेव मेकर को आपकी पसंद के डिस्क से लगाएं।
- सेव मेकर को बेसन आटा से भरें।
3. सेव तलना
- गहरे तलने के लिए पैन में तेल गरम करें।
- सेव मेकर के माध्यम से आटा सीधे गरम तेल में निकालें।
- सेव गहरा भूरा होने तक तलें।
- तली हुई सेव को एक छलने वाले चमच से निकालें और पेपर टावल पर अधिक तेल छान लें।
परोसने के सुझाव
- बेसन की सेव को एक नाश्ता के रूप में मज़े से खाया जा सकता है।
- हरी चटनी के साथ सर्व करें या चाट मसाला छिड़ककर अधिक स्वाद दें।
टिप्स और परिवर्तन
- आप सेव मेकर में डिस्क बदलकर सेव की मोटाई को अनुकूलित कर सकते हैं।
- मसालेदार संस्करण के लिए लाल मिर्च पाउडर या काली मिर्च जोड़ें।
- सेव को खारिक संवर्धन बनाए रखने के लिए एक एयरटाइट डिब्बे में संभालें।
बेसन की सेव के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
बेसन की सेव क्या है?
बेसन की सेव एक लोकप्रिय भारतीय स्नैक है जो बेसन से बनाई जाती है और कुरकुरी बनावट में होती है।
बेसन की सेव कैसे बनती है?
बेसन की सेव बनाने के लिए बेसन को पानी और मसाले के साथ गूथ कर आटा बनाया जाता है, फिर इसे सेव मशीन में दाल कर कढ़ाई में प्रेस किया जाता है।
बेसन की सेव किस तरह से परोसी जाती है?
बेसन की सेव आमतौर पर चाय के समय नाश्ते के रूप में परोसी जाती है या किसी भी भोजन के साथ चबाने के लिए भी इस्तमाल किया जाता है।
बेसन की सेव को कितने दिन तक स्टोर किया जा सकता है?
बेसन की सेव को एयरटाइट कन्टेनर में स्टोर करके कमरे के तापमान पर 1-2 सप्ताह तक ताजा रखा जा सकता है.
बेसन की सेव में और किस तरह का मसाला डाल सकते हैं?
बेसन की सेव में आप अपनी पसंद के अनुसार धनिया पाउडर, काली मिर्च या अमचूर पाउडर भी मिला सकते हैं।
बेसन के सेव का कैलोरी काउंट क्या होता है?
बेसन की सेव की कैलोरी सामग्री निर्भर करती है उसमें कितना तेल अवशोषित होता है, लेकिन आम तौर पर 100 ग्राम बेसन की सेव में 350-400 कैलोरी होती है।
बेसन की सेव का सेवन किस तरह से किया जाता है?
बेसन की सेव को ऐसे ही चबाने वाले नाश्ते के रूप में खाया जाता है या फिर चाट, भेलपुरी या किसी भी मसालेदार व्यंजन में भी खाया जाता है।
बेसन की सेव बनाने में कौन सी गलतियां अक्सर की जाती हैं?
बेसन की सेव बनाते समय बेसन का गाढ़ापन सही होना बहुत जरूरी है, ज्यादा पतला या ज्यादा गाढ़ा आटा सेव परफेक्ट शेप में नहीं आती।
निष्कर्ष (निर्देशिका):
इस लेख में हमने बेसन की सेव के स्वाद और लाजवाब रेसिपी के बारे में ज्ञान दिया। ये भारतीय व्यंजनों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखा है और इसके स्वाद से हृदय को प्रसन्नता मिलती है। अगर आप भी अपने घर पर इस मज़ेदार स्नैक को बनाकर खाना चाहते हैं, तो दी गई तैयारी का पालन करें और बेसन की सेव का आनंद उठाएं!